क्या ज्योतिष विद्या से आप किसी के भविष्य को जान सकते हो।
Astrology विद्या एक बहुत ही अनोखी विद्या है। जिसके माध्यम से आप अपने भुत और भविष्य का बडी आसानी से लगा सकते है। क्या आप ज्योतिष विद्या को और गहराई से जानते है। की यह कैसे काम करती है। अगर नही तो वीडियो को अंत तक जरूर देखना। आपको बहुत सी इंटरेस्टिंग बाते जानने को मिलेगी। तो चलिए शुरू करते है।
ज्योतिष विद्या एक बहुत विशाल ज्ञान की तरह है। जो कई अंगो में भिवाजित है। जैसे की लाल किताब, हस्त रेखा,नक्षत्र ज्योतिष आदि। ज्योतिष विद्या का जन्म सबसे पहले हमारे देश भारत में हुआ था। इस विद्या से हम अंतरिक्ष और मौसम की जानकारी ले सकते है। इस विद्या से हम किसी भी व्यक्ति के भुत और भविष्य के बारे में जान सकते है। वशर्ते भविष्य जानने वाले व्यक्ति को इस विद्या का ज्ञान हो। जोतिष वेद के 6 अंगो में एक अंग है। खगौल के साथ जोतिष का बहुत पुराना सम्बन्ध है। प्राचीन समय में जब कोई भी टेक्नोलॉजी का नामो निशान नही था।
तब के समय में लोग तारो और ग्रहो की स्थिति को जानने लगे थे। तब ही उन्होंने पता लगा लिया था। की तारे शताब्दियों तक लगभग एक ही स्थान पर बने रहते हैं जबकि ग्रह कम समय में भी अपने स्थान से हटे हुए दिख जाते हैं। भारत विद्वानों द्वारा लिखी पुस्तको में से ज्योतिष विद्या की पुस्तको की संख्या 1 लाख से भी अधिक है। पुराने समय में ज्योतिष का रिश्ता ग्रहो और नक्षत्रो से था। उसके बाद ही ज्योतिष के बाकि अंग सामने आये है। पुराने इतिहास में ज्योतिष का मतलब ग्रहो और नक्षत्रो की चाल का अध्यन करना था। इसका मतलब हुआ की भ्रमाण्ड का अध्यन करना था।
नाकि आपके भाग्य को देखना था। पर अब ज्योतिष का मतलब बदल गया है। इससे लोगो का भुत और भविष्य देखने के लिए इस्तेमाल किया जाने लगा है। फलित ज्योतिष में ग्रहो का इतना सूक्षम विश्लेषण किया गया है। की आप बता सकते हो की 1000 साल बाद यह गृह किस दिशा और कोन सी स्थिति में होंगे।
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