Mahakaleshwar Mandir के अनोखे रहस्यों के बारे में जानते है।
Mahakaleshwar Mandir के बारे में जानेगे।
महाकाल के दर्शन देने का यह सिलसिला प्रतिदिन भस्मार्ती से शुरू होकर शयन आरती तक चलता है! मन्दिर में होने वाली 5 आरतियों में बाबा को अलग-अलग रूपो में श्रृंगारित किया जाता है।
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बारह ज्योतिर्लिंगों में केवल Mahakaleshwar Jyotirlinga ही विश्व का ऐसा ज्योतिर्लिंग है, जहा प्रतिदिन पाँच आरतियाँ होतीं है।
महाकाल ज्योतिर्लिंग विश्व का एकमात्र ऐसा ज्योतिर्लिंग है,जिनकी प्रतिष्ठा पूरी पृथ्वी के राजा और म्रत्यु के देवता के रूप में कई गई है।
उज्जैन विश्व का एकमात्र ऐसा स्थान है, जहा शक्तिपीठ भी है, ज्योतिर्लिंग भी है, कुंभ महापर्व भी है। यहाँ साढ़े तीन काल विराजमान है, (महाकाल, कालभैरव,गढ़कालिका और अर्धकलभैरव) ।
उज्जैन :
>>> यही तीन गणेश भी विराजमान है, (चिंतामन,मंछामन,इच्छामन)
>>> इसके श्मशान को भी तीर्थ का स्थान प्राप्त है, चक्रतीर्थ श्मशान।
>>> यही विश्व की एकमात्र उतर प्रवाह में शिप्रा नदी है।
>>> राजा विक्रमादित्य ने इस धरा का मान बढ़ाया।
>>> यही वो स्थान है,जिसने महाकवि कालिदास दिए
>>> यही भगवान श्री कृष्ण की शिक्षा स्थली है।
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जय महाकाल
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