कुंडलिनी योग क्या है। इस योग के माध्यम से कुंडलिनी को जल्दी जगा सकते हो।
कुंडलिनी योग एक बहुत ही महत्वपूर्ण योग प्रक्रिया है। जिसके जरिये आप आसानी से Kundalini शक्ति को जागृत कर सकते है। ऐसा माना जाता है। की कुंडलिनी शक्ति आम तोर पर सभी मनुष्यो की नाभि के निचे या कहे की मूलाधार चक्र में रहती है। जब यह जागती है। तो सुषुम्ना नाड़ी से होती हुई ऊपर की और सफ़र तय करती है। आज हम कुंडलिनी योग के बारे में जानेगे।
कुंडलिनी योग को लय योग के नाम से भी जाना जाता है। मन की सारी क्रियाओ को शांत करना। या शांत चित होना। यह सब लय योग के अन्तर्गत आता है। KundaliniYogaकरने से इंसान अपने दुखो से मुक्त हो सकता है। और एक नई शांति को प्राप्त कर सकता है। KundaliniYoga हमारे शरीर की ऊर्जा को जगाने में बहुत सहाई है।
आईये KundaliniYoga करने के तरीके को जानते है। कुंडलिनी योग को करने के लिए आपको सबसे पहले अपने मन और शरीक को पवित्र करना होगा। मतलब की अपने विचारो को पवित्र करना होगा। मन को पवित्र करने के लिए आपको सच बोलने और किसी से बुरा व्यव्हार न करने जैसी आदते अपने अंदर डालनी होगी। और अपने शरीर को पवित्र करने के लिए आपको उपवास और खान पान के पूरा ध्यान रखना होगा।ऐसा करते करते आपका मन और शरीर थोड़े ही समय में पवित्र होने लगेगा। जिससे आपको कुंडलिनी को जगाने में काफी कठिनाई का सामना नही करना पड़ेगा।
अब आपको अपनी दिनचर्या को बदलना होगा। जैसे की सुबह जल्दी उठना। और रात को जल्दी सोना होगा। और सुबह शाम प्राणायाम,ध्यान और धरना का अभ्यास करना होगा।थोड़े समय के बाद आप अपने मन पर नियंत्रण पाना शुरू करने लगोगे। मतलब की जो विचार लाना चाहोगे। वोही विचार आयेगे। अब आपकी अपने शरीर पर पकड़ मजबूत बनने लगेगी। अगर आप इसका अभ्यास नियमित करोगे ।
तो 6 Months से लेकर साल भर के अंदर आपकी Kundalini जागनी शुरू हो जायेगी। इसका अभ्यास कम से कम एक घंटा करना चाहिए। एक महत्वपूर्ण बात यह है। की यह क्रिया किसी योग गुरु के अंतर्गत ही करनी चाहिए। जो की इस क्रिया से निकला ही। क्योकि अगर कोई रुकावट आये। तो वो हमे अच्छे से मार्ग दर्शन प्रदान कर सकते है।