ध्यान से अपनी जागरूकता को कैसे बढ़ाया जा सकता है।
Meditation की मददत से क्या निरंतर होश में रहना संभव है?
अगर आप निरंतर होश में रहने की बहुत चेष्ठा करेगे। तो आप कभी भी होश में नही रह सकते। क्योकि हर प्रयास थक जाता है, एक सीमा तक थकने के बाद वो समाप्त हो जाता है।
अगर होश में रहने की बहुत कोशिश करोगे। तो ज्यादा समय होश में नही रहा जा सकता। अगर बहुत सरलता से होश में रहने का प्रयास किया तो 24 घंटे बहुत आसानी से होश में रहा जा सकता है। लगातार होश में रहने से ही आप उस अवस्था को प्राप्त कर सकते है। जिसे Awareness कहते है।
आईये जानते है Awareness Meaning in Hindi
ऐसा नही हो सकता की आप 23 घंटे बेहोश है और 1 घंटा होश में है। आपकी चेतना का बहाव लगातार होता रहता है। यह नही हो सकता की आप 23 घंटे दुःख में जिए। और एक घंटा मंदिर में जा कर होश में आ जाये। पर आपको 24 घंटे होश साधने के लिए 1 मिनट से शुरुबात करनी पड़ेगी।
क्योकि आपको जन्मों-जन्मों से होश का कोई बोध नही। आप सारी जिंदगी बेहोशी में जिए है। इसलिए अगर आपको होश रखने को कहा जाये। तो आप मुश्किल से 1 मिनट भी होश नही रख पाओगे। होश का मतलब है-जागरूक, अपनी क्रियाओ के प्रति सचेत। अशांत मन कभी भी होश नही साध सकता।
होश को साधने से पहले आपको अपना मन, अपने विचारो को शांत करना पड़ेगा। आप अपने विचारो को एक दम से शांत नही कर पाओगे। यह तो ऐसी बात हुई की 120 की स्पीड से आती गाड़ी एक दम से रुक जाए। उसे रुकने के लिए कुछ समय तो चाहिए। वेसे ही आपके विचारो को शांत होने की लिए कुछ समय लगता है। सबसे पहले आपको 1 मिनट से शुरुबात करनी चाहिए।
आपको सिर्फ 1 मिनट तक अपनी क्रियाओं के प्रति सचेत रहना है। जब आप इसमें सफल हो जाये तो समय को बढ़ाते जाना है। आपको पहले-पहले थोड़ी दिकत का सामना करना पड़ सकता है।
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